बेहतरीन गुलजार साहब शायरी gulzar shayri in hindi
गुलजार साहब शायरी
सिर्फ शब्दों से न करना,
किसी के वजूद की पहचान
हर कोई, उतना कह नहीं पाता,
जितना समझता और महसूस करता
है।
गुलजार
जिन्दगी के किसी मोड़ पर
अगर कुछ फैसला करना हो तो
हमेशा अपने दिल की सुनो
बेशक् वो होता लेफ्ट में है
मगर उसके फैसले हमेशा राईट
होते हैं।
गुलजार
झूठ कहूं तो लफ्जों का दम
घुटता है
सच कहूं तो लोग खफा हो जाते
हैं।
गुलजार
नाराज हमेशा खुशियां ही
होती हैं
गमों के इतने नखरे नहीं रहे।
गुलजार
थोड़ा सुकुन भी ढूंढ़िये
जनाब
ये जरूरतें तो कभी खत्म
नहीं होती।
गुलजार
तकलीफ खुद ही कम हो गई
जब अपनो से उम्मीद कम हो
गई।
गुलजार
देखकर दर्द किसी और का
जो आह दिल से निकल जाती है
बस इतनी सी बात आदमी को
इन्सान बना जाती है।
गुलजार
काश ना समझी में ही बीत
जाये ये जिन्दगी
समझदारी ने तो बहुत कुछ छीन
लिया।
गुलजार
चूम लेता हूं हर मुश्किलों
को मैं अपना मानकर
जिंदगी कैसी भी है आखिर है
तो मेरी।
गुलजार
ऐब भी बहुत हैं मुझमें और खूबियां
भी
ढूढ़ने वाले तू सोच, तुझे
चाहिए क्या मुझमें।
गुलजार
लफ्जों के भी जायके होते
हैं,
परोसने से पहले चख भी लेना
चाहिए।
गुलजार
गजब है इश्क-ए-दस्तूर,
साथ थे तो एक लफ्ज ना निकला
लबों से मेरे दूर क्या हुए
कलम ने कहर मचा दिया।
गुलजार
वाह क्या खूब
ReplyDeleteअत्ति उत्तम रचना
Nice post hindi shayri photo ke sath
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